sidh kunjika No Further a Mystery
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श्री अन्नपूर्णा अष्टोत्तर शतनामावलिः
इदंतु कुंजिकास्तोत्रं मंत्रजागर्तिहेतवे। अभक्ते नैव दातव्यं गोपितं रक्ष पार्वति।।
अं कं चं टं तं पं यं शं वीं दुं ऐं वीं हं क्षं
श्री महा लक्ष्मी अष्टोत्तर शत नामावलि
ज्वालय ज्वालय ज्वल ज्वल प्रज्वल प्रज्वल
देवी वैभवाश्चर्य अष्टोत्तर शत नाम स्तोत्रम्
देवी माहात्म्यं अपराध क्षमापणा स्तोत्रम्
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देवी वैभवाश्चर्य अष्टोत्तर शत नाम स्तोत्रम्
कुंजिकापाठमात्रेण दुर्गापाठफलं लभेत्।
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति चतुर्थोऽध्यायः
चाय get more info वाले को बनाया पिता और टेस्ट ड्राइव के बहाने उड़ाई बाइक, आगरा में शातिर चोर का गजब कारनामा बॉलीवुड
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति एकादशोऽध्यायः
इति श्रीरुद्रयामले गौरीतन्त्रे शिवपार्वतीसंवादे सिद्ध कुंजिका स्तोत्र